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सोमवार, 30 अक्टूबर 2023
Net JRF के लिए महत्वपूर्ण प्रश्न
हिंदी भाषा एवं बोलियाँ*
*हिंदी भाषा एवं बोलियाँ*
शुक्रवार, 13 अक्टूबर 2023
"अन्तरात्मा की पुकार ''और कवि
डॉ सुरेश कुमार शुक्ला
प्रवक्ता संस्कृत
राजकीय विद्यालय झारखंड
"नरत्वं दुर्लभं लोके, विद्या तत्र सुदुर्लभा। शीलं च दुर्लभं तत्र, विनयस्तत्र सुदुर्लभः॥" हिन्दी साहित्य परम्परा में सतत् तत्पर रहते वाले भावभीनी प्रतिभा से विभूषित सहृदयों के हृदय को हिलोर देने वाले भाषा विलासिनी भुजंगम् आचार्य पंडित श्री राम बरन त्रिपाठी द्वारा रचित मुक्तक काव्य "अंतरात्मा की पुकार" को पाठक जितनी बार पढ़ते हैं उतना ही आनंद बढ़ता चला जाता है विगत वर्षों में यद्यपि बहुत सारे गद्य काव्य, कथा संग्रह,पद्य काव्य, चम्पू काव्य आदि विधाएं प्रकाशित हुई इस तरह का प्रत्येक छंद अपने आप में पूर्ण आनंद प्रदान करने वाला काव्य तैयार करने की कला तो केवल पंडित जी में ही दिखाई देती है। इनकी लेखनी जिस भी विधा में चल जाती है वहां अमित छाप छोड़ जाती है।
आधुनिक हिंदी साहित्य के इतिहास में एक और कड़ी को मुखरित और पल्लवित कर त्रिपाठी जी का एक - एक मुक्तक सहद में डूबा हुआ प्रतीत होता है।
श्री त्रिपाठी जी की लेखनी में अद्भुत क्षमता है जो वाणी से समेटना उनके साथ अन्याय होगा लेखन लेखक के अन्तर्जगत का प्रतिबिम्ब होता है। प्रत्येक लेखकके लेखन में उसके व्यक्तित्व की झलक दिखता है। यही कारण है कि त्रिपाठी जी के मुक्तक काव्य में सोद्देश्य उपादेयता नैतिकता, देश प्रेम, राजनीति, प्रपंच आदि का सांगोपांग चित्रण करने में जरा भी कोर - कसर नहीं छोड़ा है।
स्वनामधन्य, विप्रवंश, शिरोमणि श्री त्रिपाठी जी के विषय में कुछ कह पाना अपनी एक दृष्टता ही होगी , परन्तु हृदय में जो उफान है वह रुक भी नहीं रहा है। किसी भी कार्य को करने का कुछ न कुछ प्रयोजन अवश्य ही होता है -
“प्रयोजनं विना तु मन्दोऽपि न प्रवर्तते |”
इसलिए कहा भी गया है कि- कस्यचिदपि कार्यस्य कर्मणो वापि कस्याचित्। यावत्प्रयोजनं नोक्तं तावत्केन गृहते।।
सात्विक श्रोत से आयी हुई सम्पत्तियां हमेशा सुखकारी होती है पाप कर्मों से आयी हुई सम्पत्तियां सदा कलुषता को ही उत्पन्न करती है त्रिपाठी जी का सात्विक विचार निश्चित ही रूप से उनके काव्य में झलक रहा है। वास्तव में यह हिन्दी साहित्यकार हिन्दी साहित्य समाज में व्याप्त सामाजिक जटिलता को दूर करने में, कठिनता को सरल करने में, आर्थिक , राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक, जातिवाद, राष्ट्रवाद , भ्रष्टाचार आदि जैसी विसंगतियों को दूर करने के उद्देश्य से अपने इस प्रयास के माध्यम से मुक्तक काव्य की रचना करने में सार्थक सिद्ध हुए हैं।
संवेदना की अखंड ज्योति : अन्तरात्मा की पुकार
।। नान्नदीवाक्।।
गुरुवार, 21 सितंबर 2023
हिंदी साहित्य से महत्वपूर्ण प्रश्न (4)
यूपी टीजीटी पीजीटी हिन्दी साहित्य
मंगलवार, 19 सितंबर 2023
हिन्दी साहित्य की कुछ मिलती जुलती नामों वाली रचनाएं
हिन्दी साहित्य की कुछ मिलती-जुलती नामों वाली रचनाएँ।।।।
कफ़न (कहानी) प्रेमचंद
तिरंगे कफ़न (कहानी) अमृत राय
कफ़न खोर (उपन्यास) बटरोही
अपराजिता (काव्य)~रामेश्वर शुक्ल अंचल।।
अपराजिता (उपन्यास)~चतुरसेन शास्त्री।।
नीली झील (कहानी)~कमलेश्वर।।
नीली झील (एकांकी)~धर्मवीर भारती
अर्धनारीश्वर (उपन्यास)~विष्णु प्रभाकर
अर्धनारीश्वर (निबंध)~दिनकर
एक पति के नोट्स (उपन्यास)~महेंद्र भल्ला
एक पत्नी के नोट्स (उपन्यास)~ममता कालिया
एक कस्बे के नोट्स(उपन्यास)~नीलेशरघुवंशी
त्रिशंकु (कथा संग्रह)~मन्नू भंडारी
त्रिशंकु (नाटक)~ब्रजमोहनसिंह
त्रिशंकु (निबंध)~अज्ञेय
अनित्य (उपन्यास)~मृदुला गर्ग
अनित्य (कहानी)~ बदी उज्जमा
पंच परमेश्वर (कहानी)~प्रेमचंद
पंच परमेश्वर (कहानी)~रांगेय राघव
झूठा सच (उपन्यास)~यशपाल
झूठ सच (निबंध)~सिया राम शरण गुप्त
काली आँधी (उपन्यास)~कमलेश्वर
पीली आँधी (उपन्यास)~प्रभाखेतान
द्रौपदी (प्रबंध काव्य)~नरेंद्र शर्मा
द्रौपदी (उपन्यास)~प्रतिभा राय
द्रौपदी (नाटक)~सुरेंद्रवर्मा
बाँधो न नाव इस ठाँव (उपन्यास)~उपेन्द्र नाथ
अश्क
बाँधो न नाव इस ठाँव (काव्य)~निराला
संन्यासी (उपन्यास)~इलाचंद्र जोशी
संन्यासी (नाटक)~लक्ष्मी नारायण मिश्र
युवा संन्यासी (नाटक)~कैलाश वाजपेयी
उर्वशी (काव्य)~प्रसाद
उर्वशी (काव्य)~दिनकर
रश्मि (काव्य)~महादेवी
रश्मि रथी (काव्य)~दिनकर
पिता (कहानी)~ज्ञानरंजन, महीप सिंह, धीरेन्द्र
अस्थाना
केवल पिता ( कहानी)~सेवाराम यात्री
पिता दर पिता (कहानी)~रमेश वक्षी
दीपशिखा (काव्य)~महादेवी
दीपशिखा (नाटक)~रेवती शरन शर्मा
मुक्ति पथ (नाटक)~उदयशंकर भट्ट
मुक्ति पथ (उपन्यास)~इलाचंद्र जोशी
मुक्ति पथ (उपन्यास)~अभय मौर्य
मुक्ति पर्व (उपन्यास)~मोहनदास नैमिशराय
मुक्ति प्रसंग (काव्य)~राज कमल चौधरी
मम् अरण्य (उपन्यास)~सुधाकर अदीब
अन्तिम अरण्य (उपन्यास)~निर्मल वर्मा
दूब धान (काव्य)~अनामिका
दूब धान (कहानी)~उषा किरन खान
राग विराग (कहानी)~हरिशंकरपरसाई
राग विराग (निराला की कविताओं का संग्रह)
~रामविलास शर्मा
धरती (काव्य ) ~त्रिलोचन
धरती (उपन्यास)~भैरव प्रसाद गुप्त
वसीयत (नाटक)~भगवती चरण वर्मा
वसीयत (नाटक)~नागबोडस
पंचवटी (काव्य)~मैथिलीशरण गुप्त
पंचवटी प्रसंग (काव्य)~निराला
उपसंहार (उपन्यास)~योगेशगुप्त
उपसंहार (उपन्यास)~काशी नाथ सिंह
गुलाम बादशाह (नाटक)~नंद किशोर आचार्य
गुलाम बादशाह (उपन्यास)~रूप सिंह चंदेल
बादशाह गुलाम बेगम (नाटक)~गिरिराज किशोर
गुनाहों का देवता (उपन्यास)~धर्मवीर भारती
देवता के गुनाह (उपन्यास)~देवेशठाकुर
तीसरा हाथी (नाटक)~रमेश वक्षी
अंधों का हाथी (नाटक)~शरद जोशी
पागल हाथी (लघु कथा)~प्रेमचंद
शह और मात (उपन्यास)~राजेंद्र यादव
शह ये मात (नाटक)~ब्रजमोहनसिंह
धूप के धान (काव्य )~गिरिजा कुमार माथुर
धूप की उंगलियों के निशान (कथा संग्रह)-महीप
सिंह
धूप कोठरी के आइने में खड़ी ( काव्य) ~शमशेर
बहादुर सिंह
सीढियों पर धूप (काव्य)~रघुवीर सहाय
धूप में जग रूप सुन्दर (काव्य)~त्रिलोचन
धूप के हस्ताक्षर (गजल)~ज्ञान प्रकाश विदेह
पक गई है धूप ( काव्य )~राम दरश मिश्र
उभरती हुई धूप (उपन्यास)~गोविन्द मिश्र
टहनियों पर धूप (कहानी )~मेहरुन्निसा परवेज
धूप की तलवार (कविता)~केदारनाथ अग्रवाल।।।
आधुनिक काल
प्रश्न =1गड़रिये और दार्शनिक किस का अनुवादित ग्रन्थ है-
(अ) हरमिट
(ब) शेफर्ड एण्ड फिलॉसफर√√
(स) डेजर्ट विलेज
(द)ट्रैवलर
प्रश्न =2 ‘पुनर्जागरण दो जातीय संस्कृतयो की टकराहट से उतपन्न रचनात्मक ऊर्जा है।’
कथन है
(अ) डॉ बच्चन सिंह
(ब) डॉ सुनीति वर्मा
(स) डॉ रामस्वरूप चतुर्वेदी√√
(द) श्री धर पाठक
प्रश्न =3 ‘ निज भाषा उन्नति अहे सब उन्नति को मूल’ कथन है
(अ) भारतेन्दु √√
(ब) स्वामी विवेकानंद
(स) महात्मा गांधी
(द)रवीन्द्र नाथ ठाकुर
प्रश्न =4भारतेन्दु जी किस नाटक में अभिनय किया-
(अ) प्रेम जोगिनी
(ब) श्री चन्द्रावली
(स)वैदिकी हिंसा, हिंसा न भवति
(द)जानकी मंगल√√
प्रश्न =5 माधवी और रूप रतन हुस्ना ‘नागरी’ किस युग की कवयित्रियाँ है-
(अ) भारतेन्दु युग√√
(ब) द्विवेदी युग
(स)छायावाद
(द) पूर्व भारतेन्दु युग
प्रश्न =6 काव्य मंजूषा के रचियता-
(अ) श्री धर पाठक
(ब) भारतेन्दु
(स)गोपाल चन्द्र
(द) महावीर प्रसाद द्विवेदी√√
प्रश्न =7 उमर खैयाम की रुबाइयाँ की कृति है-
(अ) श्री धर पाठक
(ब) महावीर प्रसाद
(स)हरिवंश राय बच्चन√√
(द)जयशंकर प्रसाद
प्रश्न =8 द्विवेदी युग में रचित जयशंकर प्रसाद की अतुकांत रचना है-
(अ) कामायनी
(ब) प्रेमपथिक√√
(स)झरना
(द)लहर
प्रश्न =9 ‘तुम अर्ध नग्न क्यों रहो अशेष समय में। आओ, हम काते बुने गान की लय में’…….. पंक्तिया किसकी है व् किस संग्रह से है
(अ) प्रेमघन (प्रेमघन सर्वसव)
(ब) पंत जी( लोकायतन)
(स)ठाकुर प्रसाद सिंह ( महामानव)
(द)मैथिली शरण गुप्त(साकेत)√√
प्रश्न =10 ‘ बिखरे मोती’ किसका प्रथम कहानी संग्रह है-
(अ) सुभद्रा कुमारी चौहान
(ब) श्री धार पाठक
(स)जय शंकर √√
(द) महादेवी वर्मा
Q.1 ‘सुख दुःख की भावेशमयी अवस्था विशेष का गिने चुने शब्दो मे स्वर साधना के उपर्युक्त चित्रण कर देना ही गीत है’ किंसने कहा?
A पन्त
B महादेवी वर्मा√√
C महावीर प्रसाद
D रामकुमार वर्मा
Q.2 ‘मानव अथवा प्रकृति के सूक्ष्म किंतु व्यक्त सोंदर्य में आध्यात्मिक छाया का भान मेरे विचार में छायावाद की एक सर्वमान्य व्याख्या हो सकती है’ किंसने कहा
A शुक्ल
B नंदुलारे वाजपेयी√√
C नगेन्द्र
D हजारीप्रसाद
Q.3 ‘छायावाद काव्य न रहकर केवल अलंकृत संगीत बन गया था’ किस कवि ने कहा?
A निराला
B पन्त√√
C प्रसाद
D शुक्ल
Q.4 ‘चंचला स्नान कर आवै, चंद्रिका पर्व में जैसी’ पंक्ति किस काव्य से है?
A लहर
B आंसू√√
C झरना
D जूही की कली
Q.5 मुक्त करो नारी को मानव। चिर बंदिनी नारी को पंक्ति किस कृति से ली गयी है?
A पंचवटी
B युगांत
C गुंजन
D युगवाणी√√
Q.6 निम्न में से असंगत है?
A कल्पी-आरसी प्रसाद सिंह
B अपराजिता-अंचल
C किरण बेला- केदारनाथ अग्रवाल√√
D सुवर्णा-नरेंद्र शर्मा
Q.7 महादेवी जी का वह काव्य संग्रह कौन सा है जिसमें उनके दार्शनिक विचार अधिक प्रौढ़ रूप में उभर कर आए हैं
A रश्मि
B निहार
C निरजा
D सांध्यगीत√√
Q.8 अपनी व्यक्त पूर्णता को अव्यक्त पूर्णता में मिटा देने की इच्छा ही रहस्यवाद है उपर्युक्त कथन किसका है ?
A जयशंकर प्रसाद
B महादेवी वर्मा √√
C श्याम सुंदर दास
D आचार्य शुक्ल
Q.9 छायावाद तत्वत: प्रकृति के बीच जीवन का उद्गीथ है ।…इसका मूल दर्शन सर्वोत्तमवाद है यह परिभाषा किसकी हैं
A जयशंकर प्रसाद
B पंत
C रामकुमार वर्मा
D महादेवी वर्मा√√
Q.10 “जब वेदना के आधार पर स्वानुभूतिमयी अभिव्यक्ति होने लगी तब हिंदी में उसे छायावाद के नाम से अभिहित किया गया ।” यह कथन किस व्यक्ति का है
A प्रसाद √√
B परमानंद श्रीवास्तव
C डॉ नगेंद्र
D शांतिप्रिय
शनिवार, 17 जून 2023
हिन्दी साहित्य का इतिहास भाग -01
हिंदी साहित्य प्रश्न
हिन्दी साहित्य महत्वपूर्ण प्रश्न भाग -2
महत्वपूर्ण प्रश्नों की श्रृंखला
( एक )
हिन्दी साहित्य से महत्वपूर्ण प्रश्न (भाग - 3)
हिन्दी साहित्य से महत्वपूर्ण प्रश्नों की श्रृंखला भाग - दो
हिंदी साहित्य से महत्वपूर्ण प्रश्न -5
• प्रेमचंद का कौन सा उपन्यास अपूर्ण है? – मंगलसूत्र
• प्रेमचंद का जन्म कहां हुआ था? – लमही
• प्रेमचंद का प्रथम उपन्यास कौन सा है? – प्रेमा
• प्रेमचंद का वास्तविक नाम क्या था? – धनपत राय
• प्रेमचंद की कहानियों का संग्रह 'मानसरोवर' कितने भागों में प्रकाशित है? – आठ
• प्रेमचंद के किस उपन्यास को ग्रामीण जीवन और कृषक संस्कृति का महाकाव्य कहा गया है? – गोदान
• प्रेमचंद के किस कहानी-संग्रह की प्रतियां अंग्रेजी सरकार द्वारा जब्त करके जला दी गई? – सोजे वतन
• प्रेमचंद द्वारा संपादित कौन सा पत्र प्रगतिशील लेखक संघ का मुख पत्र बना? – हंस
• प्रेमचंद ने लगभग कितनी कहानियाँ लिखीं? – 300 से अधिक
• प्रेमचंद पर लिखी शिवरानी देवी की कृति कौन सी है? – प्रेमचंद घर में
• 'प्रेमचंदजी के साथ दो दिन' रचना किसकी है? – बनारसीदास चतुर्वेदी
• 'प्लेग की चुडैल' कहानी किसकी है? – भगवान दीन
• 'प्लॉट का मोरचा' रिपोर्ताज किसने लिखा है? – शमशेर बहादुर सिंह
• फंतासी का प्रयोग किस कवि ने सबसे अधिक किया है? – मुक्तिबोध
• फणीश्वरनाथ 'रेणु' के 'मैला आंचल' की क्या विशेषता है? – ठेठ देशीयता
• 'फाइल और प्रोफाइल' पत्र-संग्रह का संपादन किसने किया है? – पांडेय बेचन शर्मा 'उग्र'
• 'फूलो का कुरता' कहानी का लेखक कौन है? – यशपाल
• 'फेंस के इधर-उधर' कहानी-संग्रह किसका है? – ज्ञानरंजन
• 'बंग महिला' का वास्तविक नाम क्या था? – राजेंद्रबाला घोष
• बंगाल के अकाल पर किसने मार्मिक और सशक्त रिपोर्ताज लिखे? – रांगेय राघव
• बंगाल के अकाल पर लिखे रांगेय राघव के अधिकतर रिपोर्ताज किस पत्र में प्रकाशित हुए? – विशाल भारत
• 'बंद गली का आखिरी मकान' कहानी किसकी है? – धर्मवीर भारती
• 'बकरी' नाटक किसके द्वारा लिखित है? – सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
• 'बड़ों के प्रेरणादायक कुछ पत्र' शीर्षक से पत्रों का संपादन किसने किया? – वियोगी हरि
• बदरीनारायण चौधरी 'प्रेमघन' ने किस पुस्तक के अनुवाद की आलोचना की है? – संयोगिता स्वयंवर
• 'बनारस अखबार' के संपादक कौन थे? – राजा शिवप्रसाद 'सितारेहिंद'
• 'बरवै रामायण' किसकी रचना है? – तुलसीदास
• 'बरवै रामायण' में कितने कांड हैं? – सात
• 'बलचनमा' उपन्यास में किस क्षेत्र का चित्रण है? – मिथिला
• 'बांधो न नाव इस ठांव' उपन्यास का लेखक कौन है? – उपेंद्रनाथ 'अश्क'
• 'बाणभट्ट की आत्मकथा' उपन्यास का लेखक कौन है? – हजारी प्रसाद द्विवेदी
• बाबूराव विष्णु पराड़कर ने किस पत्र के माध्यम से पत्रकारिता के क्षेत्र में प्रवेश किया? – हिंदी बंगवासी
• बालकृष्ण भट्ट का निबंध संग्रह कौन सा है? – साहित्य सरोज
• बालकृष्ण भट्ट की रचना 'वेणुसंहार' किस विधा में है? – नाटक
• 'बालबोधिनी' कैसी पत्रिका थी? – महिला पत्रिका
• बालमुकुंद गुप्त किस युग के रचनाकार हैं? – द्विवेदी युग
• 'बाले तेरे बाल जाल में कैसे उलझा दूं लोचन, छोड़ अभी से इस जग को।' ये किसकी पंक्तियां हैं? – सुमित्रानंदन पंत
• 'बिखरे मोती' और 'उन्मादिनी' में किस कथा लेखिका की कहानियां संग्रहीत हैं? – सुभद्राकुमारी चौहान
• बिहारी के काव्य-सौंदर्य का सम्यक् विवेचन करनेवाली पहली आलोचनात्मक पुस्तक कौन सी है? – बिहारी की वाग्विभूति
• 'बिहारी सतसई' पर किस ग्रंथ का प्रभाव है? – गाथा सप्तशती
• 'बिहारी सतसई' में कितने दोहे हैं? – सात सौ तेरह
• 'बीच बहस में' तथा 'पोस्टकार्ड' कहानियों के लेखक कौन हैं? – निर्मल वर्मा
• 'बुंदेली' और 'कन्नौजी' बोली हिंदी के किस उपभाषा वर्ग की बोलियाँ हैं? – पश्चिमी हिंदी
• बुंदेली लोकशैली में गाई जानेवाले छंद में रची सुभद्राकुमारी चौहान की कौन सी कविता स्वाधीनता आंदोलन का नारा बनी? – झांसी की रानी
• 'बूंद और समुद्र' उपन्यास किसका है? – अमृतलाल नागर
• 'बेढब बनारसी' के नाम से विख्यात लेखक का वास्तविक नाम क्या है? – कृष्णदेव प्रसाद गौड़
• ब्रजभाषा और अवधी किस काल की काव्य भाषाएं थी? – मध्य काल
• ब्रजभाषा का विकास अपभ्रंश के किस रूप में हुआ? – शौरसेनी
• ब्रजभाषा, खड़ी बोली, हरियाणवी, बुंदेली और कन्नौजी बोलियां हिंदी की बोलियों के किस वर्ग की हैं? – पश्चिमी हिंदी
• 'भक्तन को कहा सीकरी सों काम' किस कवि की पंक्ति है? – कुंभनदास
• भक्ति का कौन सा रूप पहले दक्षिण के आलवार संतों की वाणी के माध्यम से प्रस्फुटित हुआ? – रामभक्ति
• भक्ति का प्रस्थान ग्रंथ कौन सा है? – भागवत
• भक्तिकाल के अंतर्गत किस काव्यधारा में विवाह पूर्व समाज-निरपेक्ष स्वच्छंद प्रेम का निरूपण किया गया है? – सूफी काव्य
• भक्तिकाल के अंतर्गत प्रेमपीर का प्रचारक कवि किसे माना गया? – जायसी
• भगवतीचरण वर्मा के उपन्यास 'चित्रलेखा' की मूल कथा किस पर आधारित है? – पाप-पुण्य
• भगवतीचरण वर्मा के उपन्यास 'भूले-बिसरे चित्र' के संदर्भ में कहा जानेवाला कौन सा तथ्य ठीक है? – वर्तमान जीवन का चित्रकूट
• भगवतीचरण वर्मा के किस उपन्यास ने उन्हें हिंदी उपन्यास साहित्य में ऊंचा दरजा दिलाया? – चित्रलेखा
• भरतमुनि के अनुसार रसों की संख्या कितनी है? – आठ
• भरथरी, जलंध्रीपाव कवि किस साहित्य से संबद्ध हैं? – नाथ साहित्य
• भवानी प्रसाद मिश्र की पुस्तक 'कुछ नीति, कुछ राजनीति' में किस प्रकार की रचनाएं हैं? – भाषणों का संग्रह
• भवानी प्रसाद मिश्र की रचनाएं अज्ञेय द्वारा संपादित किस 'सप्तक' में संकलित हैं? – दूसरा सप्तक
• 'भाग्यवती' उपन्यास किसकी कृति है? – श्रद्धाराम फिल्लौरी
• भारत के विभाजन की त्रासदी का वर्णन करनेवाला उपन्यास कौन सा है? – तमस
• भारतीय आर्य भाषा परिवार की भाषाओं का मूल स्रोत कौन सी भाषा है? – वैदिक संस्कृत
• भारतीय काव्यशास्त्र के अंतर्गत कितने प्रकार के काव्य-हेतु की चर्चा की गई है? – तीन
• भारतीय काव्यशास्त्र में ध्वनि सिद्धांत के अंतर्गत 'ध्वनि' शब्द का प्रयोग किस अर्थ में हुआ है? – व्यंग्य
• भारतीय काव्यशास्त्र में प्रतिभा के कितने भेद माने गए हैं? – दो
• भारतीय काव्यशास्त्रीय परंपरा का सूत्रपात ईसा पूर्व द्वितीय शताब्दी में किस ग्रंथ से हुआ? – नाट्यशास्त्र
• भारतेंदु का कौन सा नाटक शेक्सपियर के 'मर्चेट ऑफ वेनिस' का अनुवाद है? – दुर्लभ बंधु
• हिंदी का प्रथम राष्ट्रवादी कवि कौन है? – श्रीधर पाठक
• भारतेंदु युग को पुनर्जागरणकाल की संज्ञा किसने दी? – डॉ. नगेंद्र
• भारतेंदु हरिश्चंद्र का जन्म कब हुआ था? – 1850 ई.
• भारतेंदु हरिश्चंद्र की जीवनी-साहित्य से संबंधित पुस्तक कौन सी है? – बूंदी का राजवंश
• भारतेंदु हरिश्चंद्र की यात्रावृत्त विषयक रचनाएं किस पत्रिका में प्रकाशित हुईं? – कविवचनसुधा
• भारतेंदु हरिश्चंद्र के नाटकों की सबसे महत्त्वपूर्ण विशेषता कौन सी है? – राष्ट्रीय-सांस्कृतिक जागरण
• भारतेंदुकृत सामयिक उपादानों पर आधारित नाटक कौन सा है? – भारत-दुर्दशा
• भाव-संधि, भाव-शबलता तथा भाव-शांति किस भाव की प्रमुख स्थितियां हैं? – संचारी भाव
• भाषा का मूल रूप कौन सा है? – मौखिक रूप
• भाषा के संदर्भ में महात्मा गांधी ने किसका समर्थन किया? – हिंदुस्तानी
• भाषा विज्ञान के किस खंड में 'पद' से वाक्य बनाने की प्रक्रिया का वर्णनात्मक, तुलनात्मक तथा ऐतिहासिक दृष्टि से अध्ययन होता है? – वाक्य विज्ञान
• भीष्म साहनी को उनकी किस कृति पर 'साहित्य अकादमी पुरस्कार' प्रदान किया गया? – तमस
• 'भूले-बिसरे चित्र' किस विधा की रचना है? – उपन्यास
• 'भोजपुरी' मूलतः किस प्रदेश की बोली है? – बिहार
• 'मंगला प्रसाद पारितोषिक' किस संस्था द्वारा प्रदान किया जाता रहा है? – हिंदी साहित्य सम्मेलन, प्रयाग
• 'मंडियाली' का संबंध किससे है? – पहाड़ी
• मछुआरों के जीवन पर आधारित उपन्यास कौन सा है? – सागर, लहरें और मनुष्य
• मणि कौल की फिल्म 'सतह से उठता आदमी' किस कवि पर बनी थी? – मुक्तिबोध
• 'मतवाला' पत्र का प्रकाशन कहां से हुआ? – कलकत्ता
• मतिराम की प्रसिद्धि का आधार-स्तंभ कौन सा ग्रंथ है? – रसराज
• 'मधुकर' के 'रेखाचित्र विशेषांक' (1946) का संपादन किसने किया था? – बनारसीदास चतुर्वेदी
• 'मधुशाला' किस विधा की रचना है? – कविता
• मध्य काल में राजकाज की भाषा के रूप में किस भाषा को मान्यता मिली हुई थी? – फारसी
• 'मन की चंचलता' कहानी किस लेखक की है? – माधव प्रसाद मिश्र
• 'मनुष्यों की मुक्ति की तरह कविता की भी मुक्ति है।' यह कथन किसका है? – निराला
• मन्नू भंडारी की किस कहानी में नौकरी करती, परिवार के लिए मरती-खपती लड़की के टूट जाने का दर्द उकेरा गया है? – ए खाने आकाश नाई
• मन्मथनाथ गुप्त की संस्मरणात्मक कृति कौन सी है? – क्रांति युग के संस्मरण
• मराठी भाषा में वर्ष 1881 से प्रारंभ हुए 'केसरी' पत्र के संपादक कौन थे? – लोकमान्य तिलक
• मलिक मुहम्मद जायसी की रचना 'पद्मावत' किस भाषा में है? – अवधी
• महात्मा गांधी हिंदी साहित्य सम्मेलन के सभापति कब बने? – 1918 ई.
• महादेवी वर्मा का जन्म कहां हुआ था? – फर्रुखाबाद
• महादेवी वर्मा की 'यामा' में कितनी कृतियां सम्मिलित हैं? – चार
• महादेवी वर्मा को उनकी किस कृति पर 'भारतीय ज्ञानपीठ' पुरस्कार मिला? – यामा
• महादेवी वर्मा ने हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए किस संस्था की स्थापना प्रयाग में की? – साहित्यकार संसद्
• 'महाप्राण' की उपाधि किस कवि के नाम के साथ जोड़ी जाती है? – सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला'
• महाभारत काल की पृष्ठभूमि पर वर्तमान युग के परिवेश को चित्रित करनेवाली कृति कौन सी है? – अंधायुग
• 'महाभोज' किसकी रचना है? – मन्नू भंडारी
• महावीर प्रसाद द्विवेदी के किस निबंध में व्यंग्य शैली प्रभावी है? – म्युनिसिपैलिटी के कारनामे
• महावीर प्रसाद द्विवेदी द्वारा प्रयुक्त 'अनस्थिरता' तथा 'बेंकटेश्वर समाचार' के संपादक लज्जाराम मेहता द्वारा प्रयुक्त शब्द को लेकर किसने विवाद चलाया? – बालमुकुंद गुप्त